एलॉन मस्क । Elon Musk

करोड़पति किस उम्र में बना जा सकता है। या तो कोई पैदाइशी करोड़पति बन सकता है वरना इतना कमाते कमाते आदमी 60 पार तो कर ही जाता है। लेकिन कोई 45 साल की उम्र में ही करोड़ कमा ले, करोड़ भी एक आध करोड़ नहीं हजारों करोड़...तो जरूर उसमें कुछ खास होगा।

ये खास बात ही उस शख्स की ताकत है जो 45 साल में 80 हजार करोड़ की अकूत दौलत का मालिक है।
एलॉन मस्क सिर्फ 45 साल के हैं और उन्होंने अब तक एक नहीं, दो नहीं, बल्कि पूरी सात कंपनियां खोली हैं। फोर्ब्स ने उन्हें 2016 में दुनिया के सबसे शक्तिशाली लोगों में रखा था। उनकी कंपनियों की कीमत लगाई जाए तो यह 80 हजार करोड़ के पार है। लेकिन सफलता के इस शिखर पर पहुंचना इतना आसान नहीं था। एलॉन ने जिदंगी के हर पड़ाव पर मुश्किलें देखीं हैं और उन्हें पार किया है।

एलॉन मस्क का जन्म 28 जून 1971 को साउथ अफ्रीका के प्रिटोरिया सहर में हुआ था उनके पिताजी एक इंजिनियर और माँ एक मॉडल थी जब एलोन 9 साल के थे तब इनके माता-पिता तलाक लेकर अलग हो गये और एलन अपने पिता के साथ प्रिटोरिया में रहने लगे उनके 2 छोटे भाई बहिन भी थे जिनपर उनके पिता बिलकुल भी ध्यान नहीं देते थे

एलॉन बचपन से ही बड़े शर्मीले किस्म के लड़के थे जिसके कारण उन्हें कई बार परेशान भी किया जाता था। उनके साथ मारपीट तक की गई लेकिन एलॉन ने इन सबसे लड़कर खुद को स्थापित किया। कॉलेज से ग्रेजुएट होने के बाद उन्होंने कुछ कंपनियों में नौकरी के लिए अप्लाई किया लेकिन उस क्षेत्र में डिग्री ना होने के कारण उन्हें वह नौकरी नहीं मिली। इसके बाद एलॉन ने अपने भाई के साथ मिलकर 'जिप2' कंपनी खोली।

'जिप2 (Zip2)' एक सॉफ्टवेयर कंपनी थी। कंपनी के खुलने के कुछ ही समय बाद बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने उन्हें सीईओ के पद से हटा दिया। कंपनी के बिकने के बाद उन्हें जो पैसे मिले उसे उन्होंने अपनी दूसरी कंपनी 'पे-पल (Pay-Pal)' में लगा दिया जो कि एक ऑनलाइन पेमेंट कंपनी थी। इस कंपनी में भी एक अधिकारी से झड़प के बाद उनसे सीईओ का पद छीन लिया गया।

लेकिन इन सभी दिक्कतों के बावजूद वह आगे बढ़ते गए। एलॉन का अगला मिशन था मार्स पर दुनिया बसाना। स्पेस ट्रांसपोर्टेशन की ज्यादा कीमतों ने उन्हें उनकी अगली कंपनी 'स्पेस एक्स (Space X)' खोलने के लिए प्रेरित किया। आज स्पेस एक्स अपने रॉकेट खुद बनाता है और उसे अंतरिक्ष में भेजने का काम भी स्वयं करता है।

स्पेस एक्स के बाद एलॉन की अगली मंजिल थी इलेक्ट्रॉनिक कार। 'टेस्ला (Tesla)' के सह-संस्थापक एलॉन ने अपनी जिंदगी की सारी कमाई टेस्ला में लगा दी। 2008 में ऐसा वक्त आया जब स्पेस एक्स और टेस्ला में वह अपनी जेब से पैसा लगा रहे थे। वह दिवालियापन की कगार पर पहुंच चुके थे। अपनी निजी जिंदगी वह दोस्तों से पैसा उधार मांग कर चला रहे थे।

लेकिन टेस्ला के लिए की गई उनकी मेहनत आखिरकार सफल हुई और उन्हें मार्केट से फंडिंग मिलने लगी। आज उनकी दोनों कंपनियों की कीमत अरबों में है। अपने इनोवेशन्स से उन्होंने दुनिया को कई तोहफे दिए हैं और उसके लिए वह हमेशा जाने जाएंगे।
 
0 Comments